बाल एवं महिला विकास एवं शोषण निवारण कल्याण समिति

21/22 A, Krishna Colony, Jeoni Mandi  District Agra- UP 282004


नाम: रानू निगम

पद – प्रबंधक/सचिव  

1.सचिव:बाल एवं महिला विकास एवं शोषण निवारण कल्याण समिति.
2.राष्ट्रीय सचिव : बाल एवं महिला विकास फाउंडेशन.
3.राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ : भारतीय लोक सेवा दल.

शिक्षा-

एम कॉम सेंट जॉन्स कॉलेज आगरा

डिप्लोमा-

1. राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान  लखनऊ
2.बोर्ड ऑफ हायर एजुकेशन एको प्रेशर थेरेपी डिप्लोमा इन जोधपुर
3.वास्तु पायरा एक्सपर्ट डिप्लोमा इन जोधपुर

फोन नंबर-

+ 91- 8273075324

सर्टिफिकेट- 

1.प्रमाण पत्र — बाल एवं महिला विकास एवं शोषण निवारण कल्याण समिति उत्तर प्रदेश.
2.प्रमाण पत्र — सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय लखनऊ.
3.प्रमाण पत्र — राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान लखनऊ
4.प्रमाण पत्र — एस के शिक्षण एवं सामाजिक विकास संस्थान भरतपुर राजिस्थान
5.प्रमाण पत्र — केंद्रीय सतर्कता आयोग प्रतिज्ञा प्रमाण पत्र
6.प्रमाण पत्र — सुष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरका

समाज सेवा-

2007 से लगातार

Services
1- निर्धन, अनाथ, असहाय, लोगो एंव बृद्धजनाें के कल्याण हेतु कार्य निर्भर बनाने हेतु सरकार के वित्तीय सहयोग से चलार्इ जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाआें को चलाना व सुलभ ग्रामोधोगी एंव नि:शुल्क तकनीकी प्रशि्क्षण देकरदिलाकर उन्हें स्वालम्बी एंव आत्म निर्भर बनाना तथा उनके आश्रय स्थल की स्थापना करना एंव निरक्षर लोगाें को साक्षर बनाने हेतु साक्षरता कार्यक्रम चलाना विशेष छात्रवृतित की व्यवस्था करना।

2- नागरिकों के सर्वगीण विकास हेतु शहरी एंव ग्राम्य क्षेत्र के पिछडे एंव मलिन बसितयाें में स्वच्छता, साक्षरता परिवार नियोजन, मातृ शिशु पोषण , महिला एंव बाल विकास कार्यक्रम बाल टीकाकरण, कार्यक्रमों आदि को चलाना व शिक्षा केन्द्रों की स्थापना करना तथा उनके कल्याण हेतु सरकार की योजनाओं की उन्हें जानकारी देना एंव समय-समय पर जागरूकता शि्विरों का आयोजन करना।

3- नागरिकों में सामाजिक जनचेतना जागृत कराना एवं विज्ञापन पोस्टर बैनर आदि के माध्यम से एडस एंव हैपटाइटिस के बचने के उपाय सुझाना एंव एडस से प्रभावी अंकुश लगाने का भरसक प्रयास करना।

4- संख्या का उददेश्य बच्चाें को स्वावलम्बी एंव आत्म निर्भर बनाने हेतु उन्हें नि:शुल्क तकनीकि एंव व्यावसयिक, चिकित्सकीय शिक्षण-प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्म निर्भर एंव योग्य नागरिक बनाना व राष्ट्र विकास का सहयोग करना।

5- कार्यक्षेत्र में केन्द्रीय एंव राज्य सरकार समाज कल्याण विभाग एंव शिक्षा विभाग दुवारा चलार्इ जा रही विभिन्न योजनाओं को कार्यानिवत करना एंव सम्बधिन्त विभागों से सम्पर्क स्थापित कर सहायता प्रदान करना।

6- संख्या का उददेश्य समय-समय पर सास्कृतिक कार्यक्रमों, गोष्ठियों, स्वास्थ्य रक्षा शिविरोें, राहतशिविरों, नेत्र रक्षा शि्विर, जगजागृति शि्विरों, कला-प्रदशर्नी, का आयोजन करना तथा नि:शुल्क प्रौढ शिक्षा, अनौपचारिक शिक्षा कार्यक्रम, बालश्रम उन्मूलन कार्यक्रम गरीबी उन्मूलन मध निषेध कार्यक्रम करना।

7- देश-विदेश एंव प्रदेश की समान उददेशयों वाली संस्थाओं से सम्पर्क स्थापित करना एंव उनका सहयोग करना एंव ऐसी संस्थाओं से सहयोग प्राप्त कर समाज विकास हेतु विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रम चलाना एंव संस्थाओं के विकास हेतु पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन कर उन्हें विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना।

8-संख्या का उददेश्य शिक्षा के उत्तरोत्तर विकास हेतु कार्यक्षेत्र करना में प्राइमरी से लेकर जूनियर हार्इस्कूल, हार्इस्कूल एंव इण्टरमीडिएट तथा आवश्यनुसार महाविधालय तक के विधालयों मदरसा, औधोगिक प्रशिक्षण, एन0टी0टी0, आदि की स्थापना कर अन्य का ज्ञान उपलब्ध कराना, कम्प्यूटर प्रणाली की नवीनतम जानकारिया उपलब्ध कराना व कराना व नवयुवक-युवतियों को कम्प्यूटर के माध्यम प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार की ओर अग्रसर करना व कम्प्यूटर के वैज्ञानिक विषयों की षिक्षा व प्रशिक्षण की व्यवस्था करना।

9- संख्या का उददेश्य छात्र एंव छात्राओं को वर्तमार पद्धति के अनुसार शिक्षा तथा मध्यकालीन भोजन की व्यवस्था करना।?

10- समाज की निर्धन कन्याओं का दहेज रहित सामूहिक विवाहों का आयोजन कराना एंव परित्यक्ताओं व विधवाओं को पुर्नविवाह हेतु प्रेरित करना।

11- विकलांगों के उपचार हेतु सरकार द्वारा चलार्इ जाने वाली योजनाओं में सहायता प्रदान करना एवं नि:शुल्क चिकित्सालय की व्यवस्था करना।

12- पर्यावरण सन्तुलन बनाये रखने एवं प्रदूषण को कम करने के उददेश्य से वृक्षारोपण कराना एवं पौधषाला की स्थापना करना एवं ऊसर खाली पडी बंजर भूमिपर सरकार के माध्यम से सघन वृक्षीकरण करना एवं बनीकरण को बढावा देना।

13-संख्या का उददेश्य ग्रमीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्रों में नागरिकों की सुविधा हेतु पुस्तकालय , वाचनालय, क्रीडाकेन्द्र, छात्रावास एवं विकलांग तथा बाल श्रमिक विधालय की व्यवस्था करना एवं सामुदायिक केन्द्रों, पशु चिकित्सालय, गौशला एवं अन्य धर्मार्थ संस्थानों, षिक्षा संस्थानों , धर्मशाला नि:शुल्क औषधालयों, वृद्धाश्रम, अनाथाश्रम का निर्माण व संचालन की पूर्ण व्यवस्था करना। तथा निर्धन व विकलागों के लिये पुस्तक, भोजन, वस्त्र एवं चिकित्सा आदि की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध करना।

14- अल्पसंख्याओं के शैक्षिक पिछडेपन को दूर करना एवं अल्संख्यक समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना शासन दुवरा अल्पसंख्याओं को दी जाने वाली सुविधाओं तथा कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराना।

15- केन्द्रीय एवं राज्य सरकार, निगम बोर्ड, सम्बानिधत विभागें के वित्तीय सहयोग से युवक-युवतियों के कल्याण हेतु व उन्हें आत्म निर्भर व स्वावलम्बी बनाने हेतु सुलभ रोजगारपरक प्रशिक्षण जैसे-सिलार्इ, कढार्इ बुनार्इ, कतार्इ, हस्तशि्ल्पकला, वस्तुकला, दस्तकारी, दरी, कालीन, ड्राइंग, पेन्टिंग कला प्रशिक्षण, तथा टंकण, आशुलिपि एवं कम्प्यूटर प्रशिक्षण ; हार्डवेयर, साफ्टवेयर, इन्टरनेटद्ध इलैकिट्रक इलैकिट्रनिक्स, फैशन डिजानिंग, ब्यूटीशियन , टैक्सटाइल्स डिजायनिंग, इन्टीरियर डिजायनिंग आदि का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना, तथा उनमें जागरूकता पैदा करना।

16- समाज के अपेक्षित जैसे-अन्धे, कुष्ठ, रोगी व मुक बधिरों, विकलागों व निराश्रित लाचार वृद्धजनों के कल्याण के लिये कार्य करना तथा बाल आश्रम अनाथालय एवं वृद्धाश्रम की नि:षुल्क स्थापना करना।

17- निर्धन एवं अनाथ लोगों व पिछडे क्षेत्रों के विकास हेतु केन्द्रीय एवं राज्य सरकार के सम्बनिधत विभागों मंत्रालयों जैसे स्वास्थ परिवार कल्याण मंत्रालय, यूनीसेफ हडको, महिला बाल विकास विभाग, कपार्ट , कार्इ, सिप्सा, नावार्ड, नौराड, डूडा-सूडा, सिडवी, राष्ट्रीय , महिला कोष,बाल विकास पुष्टाहार, महिला कल्याण एवं बाल कल्याण निधि महिला कल्याण निगम, राष्ट्रीय बाल भवन वस्त्र षिल्प हस्त मंत्रालय, पर्यावरण मंत्रालय, मत्स्य विभाग, समाज कल्याण सलाहकार बोर्ड, मानव संसाधन विकास मंत्रालय श्रममंत्रालय, राजीव गाधी फाउन्डेषन, विष्व स्वास्थ्यसंगठन, विज्ञान एवं प्रौधोगिकी परिषद आदि के वित्तीय सहयोग से चलार्इ जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं व कार्यक्रमों कोचलकार नागरिकों का सर्वागीण विकास करना।

18- आश्रित महिलाओं एवं अनाथ बच्चों के कल्याण हेतु कार्य करना समय-समय पर विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रम चलाना, आगनवाडी, बालवाडी, नारी निकेतन, प्रौढ षिक्षा केन्द्रों अनौपचारिक षिक्षा कार्यक्रम सांस्कृतिक कला केन्द्रों , व बाल श्रमिक बच्चों के उत्थान हेतु कार्य करना।

19- ” यह कि राज्य सरकारभारत सरकार की विधि द्वारा स्थापित बोर्डो विष्व विधालयों द्वारा संचालित पाठयक्रमोंउपाधियों हेतु प्रदान किये जाने वाले प्रमाणपत्रों को न प्रदान किया जायेगा और न ही ऐसे पाठयक्रम बिना राज्य सरकार।भारत सरकार की अनुमति के संचालित ही किये जायेंगे। ” उपरोक्त सभी उददेष्य अलाभकारी है।